हाँ...!! अकेली हूँ मैं अकेली...
वैसे तो बहुत थीं मेरी सहेली...
पर वक़्त की ऐसी हुयी अठखेली...
की मैं बस एकांत में ही खेली....
प्रकृति को निहारती घंटो बैठी अकेली ...
छत पर सुलझाती उलझी हुयी चमेली...
हंसती और बतियातीं मुझसे हर कली....
वैसे तो बहुत थीं मेरी सहेली...
पर वक़्त की ऐसी हुयी अठखेली...
की मैं बस एकांत में ही खेली....
प्रकृति को निहारती घंटो बैठी अकेली ...
छत पर सुलझाती उलझी हुयी चमेली...
हंसती और बतियातीं मुझसे हर कली....
कभी पकड़ती बागों में उडती तितली.....
देखती आकाश में तारों की आँख मिचोली....
कभी कभी सूझती मुझको भी कोई ठिठोली....
बस बैठ जाती कागज़ कलम के साथ एकली...
अपनी मेज़ पे बैठी बनाती शब्दों की रंगोली...
देखती आकाश में तारों की आँख मिचोली....
कभी कभी सूझती मुझको भी कोई ठिठोली....
बस बैठ जाती कागज़ कलम के साथ एकली...
अपनी मेज़ पे बैठी बनाती शब्दों की रंगोली...
कई बार शब्दों के प्रेम में जली चाय की भी तपेली....
एक दिन सहसा मैं खुद से ही बोली....
अकेली होकर तू बन गयी खुद भी एक पहेली.....
एक दिन सहसा मैं खुद से ही बोली....
अकेली होकर तू बन गयी खुद भी एक पहेली.....
पहले थी अकेली
ReplyDeleteचली चली
फिर चली चली
चली इश्क की हवा चली....
और तुम अम्बरीश की हो ली....
:-)
सस्नेह
अनु
good analysis :)
Delete<3 <3
regards
मिनाक्षी जी बहुत बढ़िया । अपने फुर्सत के पलों को कविता का रूप क्या खूब दिया है । खूब बनी है शब्दों की तुकबंदी , सुन्दर ।
ReplyDeletethank you so much vikram ji
Delete:)
welcome
अब ये पहेली तो शब्दों की पहेली बुनने लगी है , सुन्दर.
ReplyDeleteशब्दों कि पहेली :)
Deletethank you so much
regards
akele rah kar hi pahchan pate hain hum khud ko...
ReplyDeletehaan sahi kaha bhawna ji aapne.....
DeleteNice one...
ReplyDeletethanx rahul :)
ReplyDeleteखुद से कहती, खुद में समाती श्ब्द्भावों की पहेली
ReplyDeleteधन्यवाद रश्मि जी...
Deleteआपका मेरे ब्लॉग पे स्वागत है... अच्छा लगा आपको यहाँ देखकर....
सादर
अकेली.
ReplyDeleteसहेली
अठखेली
खेली
अकेली
चमेली
कली
तितली
आंखिमचोली
ठिठोली
एखली
रंगोली
तपेली
बोली
पहेली
अंतिम लाइनों में भी कविता...वाह क्या बात है
धन्यवाद
Deleteआपका शुभ नाम नहीं दिख पा रहा मुझे
रोहित
Deleteokay rohit ji :)
Deletedhanyavaad
अपने अंतरद्वन्द की पेशगी | बहुत खूब..|
ReplyDeletethanx
Deleteregards
ahaaaaa kya baat.......bahut sundar!
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